उत्तराखंड

विश्व साइकिल दिवस : साइकिल अपनाएं, पर्यावरण बचाएं

फरीदाबाद। गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराय ख्वाजा फरीदाबाद की जूनियर रेडक्रॉस, सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड और गाइड्स ने प्रधानाचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में विश्वर साइकिल दिवस के उपलक्ष्य में पर्यावरण बचाने, स्वास्थ्य बनाने और प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने के लिए साइकिल अपनाने की अपील की। विश्वर साइकिल दिवस प्रति वर्ष तीन जून को परिवहन, मनोरंजन और पर्यावरण संरक्षण के लिए साइकिल के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। विद्यालय की जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड प्रभारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण एवं प्रतिरोधक क्षमता सुदृढ़ करने के लिए साइकिल का अधिकाधिक प्रयोग करने की आवश्यकता है क्यों कि साइकिल के प्रयोग से ना प्रदूषण होता है ना ही पेट्रोल या डीजल खर्च। प्रतिरोधक क्षमता दिन प्रतिदिन बूस्ट होती है। साइकिल दिवस परिवहन के एक साधारण, सरल, भरोसेमंद, स्वच्छ और पर्यावरण की दृष्टि से प्रत्येक रूप से फिट तथा सुगमता से उपलब्ध साधनों को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया गया था। इसका उद्देश्य दैनिक जीवन में साइकिल के उपयोग को लोकप्रिय बनाना है। उन्होंने कहा कि एक अनुमान के अनुसार प्रतिदिन बीस मिनट साइकिल चलाकर इम्यु निटी बूस्टह करने के साथ विभिन्न बीमारियों से बचा जा सकता है। डब्लू एच ओ के अनुसार विश्व के सबसे निर्धन व्यक्तियों और समुदायों को साइकिल उपलब्ध कराने से हर वर्ष पंद्रह लाख अकाल मृत्यु और पांच बिलियन पाउंड ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को रोका जा सकता है। वैज्ञानिक अध्यायनों में भी यह तथ्य स्पष्ट हो चुका है कि साइकिल चलाने से रक्त संचरण बेहतर होता है इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि साइकलिंग आपको खतरनाक बीमारी जैसे स्ट्रोक, हार्ट अटैक, डिप्रेशन, डायबिटीज, मोटापा और आर्थराइटिस से बचाती है सब से महत्वपूर्ण बात यह है कि इस का कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं हैं साइकलिंग से आप शारीरिक और मानसिक रूप से भी फिट रहते हैं साइकिल चलाने से आपका दिल स्वस्थ रहता है और मांशपेशियां भी मजबूत होती है यह एकाग्रता बढ़ाने और मूड को बेहतर बनाने में भी सहायता करता है। साइकिल यातायात का स्वच्छ, सुलभ तथा सस्ता माध्यम है। इससे किसी भी प्रकार का पर्यावरण प्रदूषण नहीं होता। प्राचार्य मनचन्दा ने कहा कि इस बार विश्व साइकिल दिवस की थीम साइक्लिंग से अच्छे स्वास्थ्य, स्थिरता और निष्पक्षता को प्रोत्साहित करना रखा गया है। इस से हमें यह ज्ञात होता है कि साइकिल चलाने से हम अपने आप को सरलता से फिट रख सकते हैं तथा हम ईंधन को भी बचा सकते हैं। ग्रीष्म अवकाश में प्राचार्य मनचन्दा ने विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई पेंटिंग के माध्यम से विश्व साइकिल दिवस पर पर्यावरण संरक्षण एवं प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा कर स्वयं को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम के रूप में प्रतिदिन साइकिल चलाने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि सभी अपने आप को स्वस्थ और निरोगी रखते हुए पर्यावरण हितेषी बन सकें।

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