उत्तराखंड

शास्त्रों में गणेश विसर्जन का किसी भी प्रकार का वर्णन नहीं

हरिद्वार। आज भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी के दिन भगवान गणेश के जन्मोत्सव पर वैश्यकुमार धर्मशाला कनखल में धर्म रक्षा मिशन द्वारा जनमानस के कष्टो को दूर करने एवं देश की सुख समृद्धि हेतु आचार्य पंडित निश्चित शुक्ला के सानिध्य में 16वे गणेश जन्मोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें गणपति का एक हजार सहस्रनामों द्वारा विभिन्न प्रकार के द्रव्यों मोदक, चावल, बेसन, दूर्वा,घी,पुष्प इत्यादि द्वारा अभिषेक किया गया। जिसमें श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया पंडित नितिन शुक्ला ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि शास्त्रों में गणेश विसर्जन का किसी भी प्रकार का वर्णन नहीं है परंतु अज्ञानता वर्ष तथा देखा देखी के चलते प्रत्येक स्थान पर भगवान गणपति की केमिकल युक्त मूर्तियां स्थापित की जाती हैं जो विसर्जन के पश्चात पानी में खुलता नहीं व जलीय जीवों को नुकसान पहुंचता है। इस लिये संस्था द्वारा निरंतर प्रयास रहता है कि अधिक से अधिक इस संबंध में आम जन को जागरूक किया जाए इसलिए संस्था द्वारा हर वर्ष यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। जिसमें आने वाले भक्तगण अपने-अपने घर के मंदिर में स्थापित मूर्तियों को लाकर पूजन करते हैं तत्पश्चात मूर्तियों को मंदिर में पूजा पाठ के लिए रखा जाता है। संस्था सनातन धर्म की रक्षा व्यंजन समाज में अपने धर्म को जागरूक करने के साथ-साथ सनातन धर्म में नव वर्ष के जागरण के लिए प्रत्येक नव संवत्सर पर कार्यक्रम में गरीब व्यवसाय बच्चों को प्रत्येक पाठ्य सामग्री, पशु सेवा, निशुल्क कर्मकांड, ज्योतिष, योग कक्षा इत्यादि जन सेवा सनातन धर्म की रक्षा के कार्य करती है। पूजन कार्यक्रम में उत्तराखंड महिला संघ की प्रदेश अध्यक्ष अनीता शर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष संदीप गोयल, महामंत्री आशु चौधरी, जिला उपाध्यक्ष लव शर्मा, पूर्व मेयर मनोज गर्ग, कांग्रेस नेता शुभम अग्रवाल ने प्रतिभाग कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर मुख्य यजमान डॉक्टर अशोक मानवी एवं संस्था के महामंत्री राजकुमार प्रधान, योगेंद्र शुक्ला, दीप रतन शर्मा,ऋषभ दुबे, आदित्य शर्मा, अनुज खैरवाल ,आकाश शर्मा, उज्जवल शर्मा, पारस शर्मा, शैलेश गुप्ता, अंकित शर्मा ,आदर्श पांडे नए सहयोग कर पूजन को सफल बनाया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button