NEET Row: छात्रा आयुषी ने लगाए थे झूठे आरोप, कोर्ट में याचिका खारिज
नई दिल्ली, 19 जून 2024। क्षतिग्रस्त ओएमआर उत्तर पुस्तिका के संबंध में उनके दावों में विसंगतियां पाए जाने के बाद इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने एनईईटी उम्मीदवार आयुषी पटेल द्वारा दायर याचिका खारिज कर दी। पटेल ने आरोप लगाया था कि राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) फटी ओएमआर शीट के कारण उनका परिणाम घोषित करने में विफल रही। उसने उत्तर कुंजी के आधार पर 715 अंक का दावा किया, लेकिन एक अलग आवेदन संख्या के साथ परिणाम प्राप्त हुआ जिसमें केवल 335 अंक दिखाए गए। ये दावे सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो में किए गए थे, जो 2024 एनईईटी-यूजी परीक्षा में “अनियमितताओं” पर बढ़ते विवाद के बीच वायरल हुआ था।
हालाँकि, अदालत के आदेश पर, एनटीए ने मूल ओएमआर शीट प्रस्तुत की, जिसमें कोई क्षति नहीं हुई। अदालत ने इसे ”जाली दस्तावेजों” का मामला बताते हुए याचिका खारिज कर दी और कहा कि एनटीए कानूनी कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है। अदालत ने कहा, “याचिकाकर्ता ने जाली दस्तावेज़ जमा किए हैं और ऐसी स्थिति में यह अदालत एनटीए को छात्र के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने से नहीं रोक सकती।” एनटीए ने अदालत को पटेल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के अपने इरादे की पुष्टि की। पटेल के वकील ने याचिका वापस लेने का अनुरोध किया, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। इससे पहले, एनटीए ने पटेल के दावों का खंडन किया था, जिसमें कहा गया था कि उनका वास्तविक स्कोर दावे से कम था और ओएमआर शीट बरकरार थी।
अब भाजपा ने प्रियंका गांधी पर पलटवार किया है। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि आपको प्रियंका वाड्रा का यह ट्वीट याद है.. यहां बताया गया है कि कांग्रेस कैसे फर्जीवाड़ा करती है..प्रियंका वाड्रा ने आयुषी पटेल का वीडियो ट्वीट किया जिसमें वह NEET परीक्षा के परिणाम के बारे में कुछ अजीब दावे कर रही हैं- जिसमें फटे हुए ओएमआर, उन्हें कम अंक दिए जाने जैसे दावे शामिल हैं। उन्होंने सवाल किया कि प्रियंका वाड्रा क्या करेंगी? क्या वह माफी मांगेगी? यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस के भाई बहन की जोड़ी द्वारा फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। क्या इस तरह के झूठ को साझा करने और प्रचारित करने के लिए खुद प्रियंका वाड्रा पर मामला दर्ज नहीं किया जाना चाहिए? क्या मीडिया उनसे कोई बुनियादी सवाल भी पूछेगा? क्या मीडिया उनसे पूछेगा कि वह इस तरह के फर्जीवाड़े का इस्तेमाल करके तबाही क्यों मचा रही थीं? क्या वह बिल्कुल भी जवाबदेह नहीं है?
आयुषी पटेल के वीडियो को साक्षा करते हुए प्रियंका गांधी ने लिखा था कि NEET जैसी परीक्षाओं में लाखों बच्चे मेहनत से तैयारी करते हैं और अपनी जिंदगी के सबसे कीमती पल इस तैयारी में लगाते हैं। पूरा परिवार इस प्रयास में अपनी श्रद्धा और शक्ति डालता है। लेकिन साल दर साल इन परीक्षाओं में पेपर लीक, रिजल्ट से जुड़ी गड़बड़ियाँ सामने आई हैं। क्या परीक्षा कराने वाली एजेंसियों की जवाबदेही तय नहीं होनी चाहिए? क्या सरकार को लापरवाही वाला रवैया छोड़ परीक्षा प्रणाली पर गंभीरता से विचार नहीं करना चाहिए? हम अपने युवा साथियों के सपनों को यूँ बिखरते हुए नहीं देख सकते। उनकी मेहनत के साथ सिस्टम द्वारा किया जा रहा ये अन्याय रुकना चाहिए। सरकार को गंभीरता से इन गड़बड़ियों को सुधारने के लिए कदम उठाने होंगे।