राष्ट्रीय कौशल विकास निगम ने लॉन्च किया महिला उद्यमिता प्रोग्राम
देहरादून, 01 अगस्त। महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के प्रयास में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम ने महिला उद्यमिता प्रोग्राम का अनावरण किया। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को ज़रूरी कौशल, ज्ञान एवं नेटवर्किंग के अवसर प्रदान कर उनके समक्ष उद्यमिता में आने वाली चुनौतियों को हल करना है। प्रोग्राम का लॉन्च कॉम्प्लीमेंटरी सेल्फ-लर्निंग बेसिक एंटरेप्रेन्योरशिप कोर्सेज़ के साथ हुआ, जो स्किल इंडिया डिजिटल हब पर कई भाषाओं में उपलब्ध हैं। इन कोर्सेज़ को पूरा करने के बाद प्रतिभागियों को उनके उद्यमिता कौशल एवं दक्षता के लिए एनएसडीसी, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज़ और नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर एंटरेप्रेन्योरशिप एण्ड स्मॉल बिज़नेस डेवलपमेन्ट की ओर से को-ब्राण्डेड सर्टिफिकेट दिया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य देश भर की लगभग 25 लाख महिलाओं को सशक्त बनाना तथा उन्हें सफल कारोबार शुरू एवं संचालित करने के लिए ज़रूरी कौशल, जानकारी एवं संसाधन उपलब्ध कराना है। इस पहल का समापन एक ग्राण्ड फिनाले के साथ होगा, जहां टॉप 50 प्रतिभागी अपने बिज़नेस आइडियाज़ को जूरी के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। इनोवेशन एवं उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करने के लिए ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज़ 10 सफल प्रतिभागियों में से प्रत्येक को रु 10 लाख का आर्थिक अनुदान देगी। प्रोग्राम के लॉन्च पर बात करते हुए श्री अतुल कुमार तिवारी, सचिव, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय, भारत सरकार ने कहा, ‘‘हमें खुशी है कि हमें महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए ब्रिटानिया के साथ साझेदारी का मौका मिला है।’ नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर एंटरेप्रेन्योरशिप एण्ड स्मॉल बिज़नेस डेवलपमेन्ट और आदिवासी मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय एवं अन्य मंत्रालयों के विशेष प्रोग्रामों के माध्यम से हमने उल्लेखनीय प्रगति की है। हम महिलाओं के स्वयं-सहायता समूहों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए अन्य कॉर्पोरेट्स एवं सरकारी विभागों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, ताकि उन्हें विभिन्न उद्यमों के लिए तैयार कर सकें।’ कौशल सेगमेन्ट की बात करें तो जन शिक्षण संस्थान के तहत, हमारे 82 फीसदी उम्मीदवार महिलाएं हैं। इसी तरह प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अल्प कालिक प्रशिक्षण प्रोग्राम के तहत 45 फीसदी प्रतिभागी महिलाएं हैं।’ इस अवसर पर वेद मणि त्रिपाठी, सीईओ (ऑफिशिएटिंग), एनएसडीसी एवं एमडी, एनएसडीसी इंटरनेशनल ने कहा, ‘‘आज का प्रोग्राम प्रधानमंत्री जी के महिला विकास दृष्टिकोण के अनुरूप महिला उद्यमिता के बारे में है। इस प्रोग्राम की खास बात यह है कि निजी एवं सार्वजनिक क्षेत्र के संगठन एक साथ मिलकर महिलाओं को उद्यमी बनने के लिए प्रेरित करते हैं। महिला विकास की बात करें तो बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ से लेकर लखपति दीदी तक भारत ने लम्बी दूरी तय की है।’’ एनएसडीसी के साथ साझेदारी पर बात करते हुए श्री रजनीत सिंह कोहली, सीईओ एवं कार्यकारी निदेशक, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज़ ने कहा, ‘‘ब्रिटानिया मारी गोल्ड का दृष्टिकोण महिला उद्यमियों को एक साथ मिलकर कुछ बेहतर करने के लिए प्रेरित करना है। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के साथ हमारा समझौता ज्ञापन देश में महिला सशक्तीकरण में गेम-चेंजर साबित होगा। इसके तहत हम लाखों महत्वाकांक्षी महिला उद्यमियों को निःशुल्क कोर्सेज़ और आधुनिक प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। यह साझेदारी ऐसे वातावरण का निर्माण करेगी जहां महिलाओं को आगे बढ़ने, इनोवेट करने और हमारी अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान देने के अवसर मिलेंगे। एक साथ मिलकर हम महिलाओें को उनकी पूर्ण क्षमता तक पहुंचने के लिए सक्षम बनाना चाहते हैं।’’ भारत सरकार महिला उद्यमियों को ज़रूरी कौशल विकास के अवसर, निःशुल्क सेल्फ-लर्निंग कोर्सेज़ और इन्क्युबेशन में सहयोग प्रदान करती है। यह प्रोग्राम इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि यह उद्यम शुरू करने और इसके संचालन में महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों को हल करता है। ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड के साथ साझेदारी में यह पहल उम्मीदवारों को फाइनैंशियल अनुदान प्रदान करेगी। उनके प्रोडक्ट्स एवं सेवाओं को स्किल इंडिया डिजिटल हब पर पेश किया जाएगा। ये सभी प्रयास महिला उद्यमिता के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करने की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने की सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप, इस प्रोग्राम की पहुंच बढ़ाने के लिए इसे कई चरणों में पूरा किया जाएगा। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर एंटरेप्रेन्योरशिप एण्ड स्मॉल बिज़नेस डेवलपमेन्ट के सहयोग से स्किल इंडिया डिजिटल हब के माध्यम से निःशुल्क ऑनलाईन सेल्फ-लर्निंग एंटरेप्रेन्योरशिप कोर्सेज़ पेश करेगा। कई भाषाओं में उपलब्ध ये कोर्सेज़ उद्यमिता कौशल, उद्यमिता सेटअप, फाइनैंस के बुनियादी पहलुओं, डिजिटल कौशल तथा बाज़ार विश्लेषण जैसे महत्वपूर्ण विषयों को कवर करेंगे। अगले चरण में, एनएसडीसी 10000 चुने गए प्रतिभागियों को 100 बिज़नेस मॉडल्स में इन्क्युबेशन सहयोग प्रदान करेगा। इस सहयोग में बिज़नेस मॉडल का चुनाव, उद्यमिता विकास प्रोग्राम, ओद्यौगिक कार्यशालाएं, कारोबार पंजीकरण में सहायता, प्रोजेक्ट रिपोर्ट की तैयारी तथा विभिन्न सरकारी योजनाओं के माध्यम सं वित्तपोषण में मार्गदर्शन आदि शामिल है। इसके अलावा प्रतिभागियों के प्रोडक्ट्स एवं सेवाओं को स्किल इंडिया डिजिटल हब के ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, उद्यम कार्ट और ब्रिटानिया के डिजिटल सिस्टम पर दर्शाया जाएगा। प्रोग्राम की प्रभाविता को सुनिश्चित करने के लिए एनएसडीसी, सहयोग से संचालित कारोबारों की सफलता एवं स्थायित्व का नियमित मूल्यांकन करेगा। यह पहल महिलाओं द्वारा संचालित कारोबारों की पहुंच बढ़ाने, उन्हें अनुकूल वातावरण प्रदान करने में महत्पूर्ण भूमिका निभाएगी तथा उन्हें अपनी पूर्ण क्षमता के उपयोग में सक्षम बनाएगी। एनएसडीसी और ब्रिटानिया के बीच यह साझेदारी ऐसे वातावरण का निर्माण करेगी जहां महिला उद्यमियों को आगे बढ़ने तथा भारत के आर्थिक विकास में योगदान देने के अवसर मिलेंगे।