महिला कांग्रेस ने किया सरकार का पुतला दहन
देहरादून। महानगर महिला कांग्रेस की अध्यक्षा उर्मिला ढौंडियाल थापा के नेतृत्व में सैकड़ो कांग्रेस महिला कार्यकर्ताओं ने जनपद उधमसिंहनगर में एक नर्स की बलात्कार के बाद हत्या किये जाने के विरोध मेें एस्लेहाल चौराहे पर सरकार का पुतला दहन किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य मेें लगातार आये दिन महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहे हैं, कब तक महिलायें अत्याचार सहन करती रहेंगी। उन्होंने उत्तराखण्ड की बेटी अंकिता भण्डारी का जिक्र करते हुए कहा कि आज तक लचर कानून व्यवस्था के कारण अंकिता के हत्यारों का पता नही चल पाया और ना ही उस काण्ड में सम्मिलित वीआईपी का नाम ही उजाागर हो पाया है जिस कारण महिलाओं के साथ अत्याचार एवं उत्पीड़न करने वालों के हौसले बुलन्द हैं और किसी को भी कानून का डर नही रह गया है। उन्होंने कहा राज्य में एक के बाद एक महिला यौन शोषण का शिकार हो रही है। उन्होंने कहा कि हल्द्वानी में मूक बधिर एवं दृष्टिबाधित बच्चों के संचालक द्वारा नाबालिग छात्राओं का यौन शोषण, हल्द्वानी में ही नारी संरक्षण गृह में नाबालिग लड़की का यौन शोषण, ऋषिकेश में विनीता हत्याकाण्ड, उत्तरकाशी के एक होम स्टे में कार्यरत 18 वर्षीय अमृता रावत का शव लटका मिला, हरिद्वार में दलित महिला का बलात्कार के बाद हत्या, जैसे कई मामले हैं जिन पर कानून के नाम पर बस खाना पूर्ति कर इतिश्री कर दी गई है। जिसमें आजतक कोई ठोस जॉच नही हो पाई है। जिससे कानून व्यवस्था पर लोगों का विश्वास नही रह गया है। उर्मिला ने कहा कि अंकिता हत्या और केदार भण्डारी जिस युवा को आज तक पुलिस खोज नही पाई है का हवाला देते हुए कहा कि इस तरह का माहौल हमने अपने जीवन कभी नही देखा। उन्होंने राज्य के बुद्विजीवियों व युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि आंखिर राज्य व देश किस दिशा की ओर ले जाया जा रहा है ये आप और हम सबको सोचने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मंहगाई, बेरोजगारी चरम पर है पर भाजपा की सरकार लगातार अपनी हठधर्मिता करते हुए देश के नौजवानों को ठगने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि देश के युवाओं का एक ही सपना था कि वह सेना में जाकर देश सेवा करेगे केन्द्र की भाजपा सरकार ने अग्निवीर देकर उनके जज्बे को भी तोड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि ऐसी सरकारों का मुकाबला करने के लिए हम सबको एकजुट होकर संघर्ष करने का काम करना होगा। उन्होंने कहा कि आंखिर कब तक राज्य के लोग अत्याचार एंव उत्पीडऩ सहन करते हरेंगे। इस अवसर पर आशा मनोरमा शर्मा, चन्द्रकला नेगी, पुष्पा पंवार, सुशीला शर्मा, अनुराधा तिवाड़ी, सविता सोनकर, कोमल बोरा, पूनम पण्डीर, निर्मला, देवेन्द्र कौर, कौशल्या देवी, शशीवाला, प्रीती, ललिता कोहली, संगीता, रामप्यारी, संगमा, दीपा, अंजली, प्रेमा देवी, श्यामपरी, धमावती, कुसुम दरेवी, अनिता देवी, सनीता देवी, देवन्ती देवी, सरोज, रूची, कमला देवी, कृष्णा देवी, रूकसाना, लीला देवी, राजकुमारी, सवित्री सोनकर, एकता आदि उपस्थित थे।