जालंधर पुलिस की कारस्तानी: बिना निमंत्रण के रिसॉर्ट में आकर पी शराब, लोगों से की बदतमीजी
जालंधर (पंजाब). बिन बुलाए रिसॉर्ट में अंदर घुसकर दूसरे की पार्टी में शराब पी रहे पतारा थाने के पांच मुलाजिमों की बदतमीजी के बाद लोगों ने हंगामा कर एएसआई का फोन छीन लिया। शनिवार देर रात होशियारपुर रोड पर स्थित रिसॉर्ट में मौजूद आम आदमी पार्टी के विधायक रमन अरोड़ा ने मुलाजिमों को शराब पीते हुए पकड़ लिया। हालांकि उन्हें वहां पहुंचने का निमंत्रण नहीं दिया गया था, लेकिन फिर भी मुलाजिम अंदर घुस आए। इस दौरान लोगों ने खूब हंगामा किया। शराब पीने वाला मुलाजिम ग्रामीण पुलिस में तैनात एएसआई केवल सिंह था। सभी मुलाजिम रैपिड फोर्स की गाड़ी में रिसॉर्ट पहुंचे थे। आप विधायक रमन अरोड़ा ने पूछा तो एएसआई केवल सिंह ने कहा कि वह और उसके चार साथी उक्त रिसॉर्ट में सुरक्षा के लिए आए थे। लोगों ने कहा कि एएसआई ने शराब के नशे में धक्के मारे जिसके बाद उसका फोन छीन लिया गया। मिन्नतें करने के बाद भी लोगों ने नशे में होने का आरोप लगा एएसआई को फोन नहीं दिया। विधायक के पूछने पर एएसआई ने दो बार बयान बदला। पहले बोला- हमें आदेश मिला था कि विधायक रमन अरोड़ा को उक्त कार्यक्रम में आना है, इसलिए हम सुरक्षा देने आए हैं। इस विधायक और उनके लोगों ने कहा- मेरे पास अपनी निजी सुरक्षा है और अगर मुझे सुरक्षा देनी ही थी तो बाहर रहते। अंदर शराब पीने का कोई मतलब नहीं था। जब दूसरे कर्मचारी से पूछताछ की गई तो उसने कहा कि वह पुलिस लाइन से आया है। जिसके बाद एएसआई ने फिर कहा कि हमें सूचना मिली थी कि यह कार्यक्रम शिवसेना के किसी नेता का है, इसलिए हम यहां आए हैं।
आप विधायक रमन अरोड़ा ने एएसआई और उसके साथियों की करतूत के बारे में तुरंत एसएसपी अंकुर गुप्ता से बात की और उन्हें पूरी घटना के बारे में बताया। विधायक ने एसएसपी से कहा कि आपके पांच मुलाजिम बिना बुलाए रिसॉर्ट में आए हैं और शराब पी रहे हैं। उक्त मुलाजिमों ने परिवार के साथ बदसलूकी की और जिनका कार्यक्रम था, उन्हें धक्का दिया गया। सभी शराब के नशे में हैं। जिसके बाद एसएसपी ने तुरंत पतारा थाना प्रभारी को मौके पर भेजा और मामले में उचित कार्रवाई करने के आदेश दिए।
पतारा थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर बलजीत सिंह ने कहा कि मुलाजिम सरकारी ड्यूटी के लिए वहां गए थे। उन्हें सूचना थी कि शिवसेना नेता उक्त स्थान पर आ रहे हैं, हमें यह इनपुट मिला था। मुलाजिमों के संबंध में उन्हें कोई शिकायत नहीं मिली है। इसलिए अभी तक मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है।