यूके से लेकर यूपी तक धक्के की सरकार
देहरादून, 03 फरवरी। प्रयागराज कुंभ में मौनी अमावस्या के दिन संगम में स्नान के दौरान हुई भगदड़ में कई लोगों की मौत हो गई। जब मीडिया ने सच दिखाने का प्रयास किया तो एक न्यूज़ चेनल के पत्रकार को प्रयागराज पोस्टमॉर्टम हाउस से रिपोर्टिंग करने से रोका गया, इतना ही नहीं पत्रकार को गिरफ्तार करने तक की धमकी दे दी गई, उन्हे पोस्टमॉर्टम हाउस से धक्का मुक्की कर बाहर निकाल दिया और पोस्टमॉर्टम हाउस का गेट बंद कर दिया। बात यहीं खतम नहीं होती जब प्रयाग राज मे एक अन्य न्यूज़ चैनल के पत्रकार ने पीपा पुल बंद होने के कारण श्रद्धालुओं को हो रहीं परेशानी पर सवाल किया तो यूपी पुलिस ने रिपोर्टर के साथ की दबंगई की, यहां भी रिपोर्टर के साथ धक्का मुक्की की गई। यह बात तो हैं उत्तर प्रदेश की, जहां बाबा जी का राज हैं। अब बात देवभूमि उत्तराखंड की, जहां इस समय चल रहे हैं 38 वे राष्ट्रीय खेल। इन खेलों की मेजबानी उत्तराखंड कर रहा हैं। यहां भी मीडिया के साथ हो रहीं हैं धक्का मुक्की। ये धक्का मुक्की रिपोर्टिंग करने से रोकने के लिये नहीं हो रहीं, इसका कारण रिपोर्टिंग करने के लिये पास हैं। 38 वे राष्ट्रीय खेल की कवरेज के लिये महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज मे पास जारी होने थे। जब मीडिया कर्मी पास बनवाने पहुंचे तो उनके साथ धक्का मुक्की की गई, इतना ही गाली गलौच तक का सामना पत्रकारो को करना पड़ा। अब सयम अंदाजा लगाया जा सकता हैं की यूके से लेकर यूपी तक कैसे धक्के की सरकार चल रहीं हैं। क्या दोनों राज्यों मे यू ही करनी होंगी पत्रकारिता?