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सरकार दे रही सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास को प्राथमिकता : अजय टम्टा

पिथौरागढ़। आदि कैलाश तथा ओम पर्वत भ्रमण पर पहुंचे सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री भारत सरकार अजय टम्टा ने भ्रमण के पहले दिन सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा निर्माणाधीन तपोवन से गुंजी और गुंजी से ज्योलिंगकोंग सड़क का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान मंत्री अजय टम्टा ने इन महत्वपूर्ण सड़कों के निर्माण की प्रगति का जायजा लिया। यह सड़कें सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं और सीमावर्ती क्षेत्रों में कनेक्टिविटी को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी, उन्होंने बीआरओ के अधिकारियों से निर्माण कार्य की विस्तृत जानकारी ली तथा तवाघाट से काला पानी तक मोटर मार्ग का निर्माण करने वाली कार्यदाई संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर को कार्य की गति में तेजी लाने, निर्माण कार्य की गुणवत्ता को मानकों के अनुसार रखने के सख्त निर्देश दिए। मा०मंत्री ने स्थानीय लोगों एवं यात्रियों से भी बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुना, उन्होंने यात्रियों को आश्वस्त किया कि यात्रा मार्ग पर यात्रियों का केवल आवश्यक चेक प्वाइंट पर ही सत्यापन किया जाएगा, अन्यथा नहीं रोका जाएगा, उन्होंने कहा कि सरकार आम जनमानस की समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है और सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। यह सड़कें भारत-चीन सीमा के पास स्थित हैं और सुरक्षा बलों के लिए महत्वपूर्ण हैं। इन सड़कों के बनने से सीमावर्ती क्षेत्रों में सैन्य आवाजाही में सुविधा होगी और देश की सुरक्षा को मजबूती मिलेगी। मंत्री ने कहा कि सरकार सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास को प्राथमिकता दे रही है। इन सड़कों के निर्माण से न केवल सैन्य आवाजाही में सुविधा होगी, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए पर्यटन के बढ़ने पर रोजगार को गति मिलेगी और क्षेत्र का आर्थिक विकास होगा। उन्होंने कठिन परिस्थितियों में काम कर रहे बीआरओ के अधिकारियों और कर्मचारियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि बीआरओ के जवान देश की सेवा में समर्पित हैं और उनकी मेहनत और समर्पण सराहनीय है। तत्पश्चात उन्होंने पवित्र आदि कैलाश एवं पार्वती कुंड के निकट विराजमान भगवान शिव के मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की। इस अवसर पर मंत्री ने विधि-विधान से भगवान शिव की आराधना की और देश, प्रदेश एवं जनपद वासियों की सुख-समृद्धि, शांति और खुशहाली के लिए प्रार्थना की। उन्होंने क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक महत्व की प्रशंसा करते हुए इसे अद्वितीय बताया। मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदि कैलाश के पवित्र क्षेत्र के भ्रमण के पश्चात, इस क्षेत्र में श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों की आवाजाही में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। इस बढ़ी हुई गतिविधि ने स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार के नए अवसर उत्पन्न किए हैं, जिससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को महत्वपूर्ण बढ़ावा मिला है।
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा ने न केवल आदि कैलाश की आध्यात्मिक महत्ता को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उजागर किया है, बल्कि इसने साहसिक और आध्यात्मिक पर्यटन के एक महत्वपूर्ण गंतव्य के रूप में इस क्षेत्र की पहचान को भी मजबूत किया है। इसके परिणामस्वरूप, पिछले कुछ वर्षों में आदि कैलाश और इसके आसपास के क्षेत्रों में आने वाले पर्यटकों और भक्तों की संख्या में कई गुना वृद्धि हुई है। पर्यटकों की इस बढ़ती संख्या के कारण वायब्रेंट विलेज में स्थानीय स्तर पर विभिन्न प्रकार के रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं। इनमें मुख्य रूप से आवास (गेस्ट हाउस, होमस्टे), भोजन (छोटे रेस्तरां, भोजनालय), परिवहन (टैक्सी सेवाएं, पोर्टर), गाइड सेवाएं, स्थानीय हस्तशिल्प और स्मृति चिन्हों की बिक्री, और अन्य संबंधित सेवाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र न केवल धार्मिक आस्था के केंद्र हैं, बल्कि यह अनुपम प्राकृतिक सौंदर्य का प्रतीक भी हैं। उन्होंने सभी से आदि कैलाश यात्रा पर आने का आहृवाहन किया तथा क्षेत्र के विकास और संरक्षण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। भ्रमण के दूसरे दिन, मंत्री ने आज गुंजी-काली नदी-नाभीढांग सहित ओल्ड लिपुलेख तक जाकर मोटर मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मार्ग की प्रगति और गुणवत्ता का जायजा लिया तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए, इसके पश्चात, मंत्री ने पवित्र ओम पर्वत के दर्शन किए। उन्होंने क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक महत्व की प्रशंसा की, उन्होंने कहा कि यह निरीक्षण सीमावर्ती क्षेत्रों में कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने और पर्यटन को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयासों का हिस्सा है। इस दौरान भाजपा विधायक गंगोलीहाट फकीर राम टम्टा, जिला अध्यक्ष गिरीश जोशी, भाजपा जिला उपाध्यक्ष इंदर लूंठी, स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं बीआरओ कर्नल प्रशांत सिंह, ले०कर्नल भावना सहित संबंधित अधिकारी आदि मौजूद रहे।

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