डीएम ने लिया विकास कार्यो को जायजा
बागेश्वर। जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने विकास खण्ड कपकोट के विभिन्न क्षेत्रों को दौरा कर विकास कार्यो को जायजा लिया। सौंग-मुनार सड़क मार्ग के सुरक्षा दीवारों में घटिया निर्माण सामाग्रियों को लगाए जाने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने फील्ड अधिकारियों कड़ी फटकार लगाते हुए सहायक अभियंता व अवर अभियंता का स्पष्टीकरण तलब किया है। जिलाधिकारी ने कहा कि कार्यों की गुणवत्ता व पारदर्शिता में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।अधिकारी निर्माण कार्यों के दौरान मौके पर रहें तथा गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु नियमित निगरानी करें। उसके बाद जिलाधिकारी ने चिराबगड़-पोथिंग सड़क मार्ग का भी निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने सड़क मार्ग के डामरीकरण के कार्यों जल्द शुरू करने के साथ ही गुणवत्ता के साथ काम करने के निर्देश अधिशासी अभियंता पीएमजीएसवाई को दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त सुरक्षा दीवार निर्माण कार्यों का भी जायजा लिया। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि निर्माण कार्य के दौरान कार्यस्थल पर पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए नागरिक सूचना पट्ट अनिवार्य रूप से लगाना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने पोलिंग- ग़ैरखेत सड़क मार्ग में हुए डामरीकरण का भी निरीक्षण किया। गुणवत्ता में कमी दिखने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर करते हुए डामरीकरण में लगी सामाग्रियों के नमूने जांच के लिए भेजने के निर्देश ईई पीडब्ल्यूडी को दिए। जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्थाओं को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता व पारदर्शिता का विशेष ध्यान रखा जाए। इस दौरान उन्होंने विकास कार्यों में लापरवाही व उदासीनता बरतने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई अमल लाने की सख्त हिदायत दी।
जिलाधिकारी ने फरसाली में प्री फेब्रिकेट से नव निर्मित केंद्रीय विद्यालय एवं स्थाई विद्यालय के लिए चिन्हित भूमि का भी स्थलीय निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने नव निर्मित केंद्रीय विद्यालय के अधूरे निर्माण कार्य को समय पर पूर्ण करने के निर्देश देते हुए शौचालय, पेयजल, विद्युत सहित अन्य सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को समय पर सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्र फरसाली का भी निरीक्षण किया। प्राथमिक विद्यालय के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सर्दी के मौसम में गुनगुनी धूप में बाहर बैठे कक्षा के बच्चों से वार्ता की तथा उनके जिज्ञासापूर्ण सवालों का जवाब दिया। जिलाधिकारी ने मिड्डे मिल की गुणवत्ता के बारे में भी बच्चों से जानकारी प्राप्त की। प्रधानाचार्य को मिड्डे मिल निर्धारित मैन्यू के हिसाब से बच्चों को देने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया जिसमें विद्यालय में अध्ययनरत कुल 26 बच्चों में से 24 बच्चे उपस्थित पाए गए। इस दौरान विद्यालय के शौचालय में ताला लगे होने पर जिलाधिकारी ने प्रधानाध्यापक को कड़ी फटकार लगाते हुए मौके पर ही ताला खुलवाया। कहा कि बच्चों की दी जाने वाली सुविधाओं में किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा।
वहीं जिलाधिकारी ने आंगनबाड़ी केंद्र का भी निरीक्षण किया। आंगनबाड़ी केंद्र में पंजीकृत आठ बच्चों में से छह बच्चे उपस्थित थे। जिलाधिकारी ने आंगनबाड़ी कार्यकत्री से कुपोषित बच्चों के बारे में जानकारी प्राप्त की। बताया गया कि केंद्र में कोई भी बच्चा कुपोषित नही है। जिलाधिकारी ने आंगनबाड़ी कार्यकत्री को निर्देश देते हुए कहा कि बच्चों का नियमित रूप से स्वास्थ्य परीक्षण कराने के साथ ही वजन कराया जाए। साथ ही निर्धारित मैन्यू के हिसाब से बच्चों को गुणवत्ता युक्त भोजन दिया जाए।