उत्तराखंड

मंगलवार के दिन हनुमान जी के इन 12 नामों का जप करने से जाग जाएगा सोया हुआ भाग्य

देहरादून। भगवान हनुमान को कलियुग का देवता माना जाता है। हनुमान जी को भगवान श्रीराम का अनन्य भक्त माना जाता है। मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित होता है। ऐसे में जो भी जातक मंगलवार के दिन हनुमान जी की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि श्रीराम के भक्त हनुमान जी तब अधिक प्रसन्न होते हैं, जब भक्त राम नाम का जप करते हैं। बताया जाता है कि जहां पर राम कथा चलती है, वहां पर हनुमान जी किसी न किसी रूप में उपस्थित होते हैं।
भगवान श्रीराम ने हनुमान जी को अमर रहने का आशीर्वाद दिया है। कहा जाता है कि जो भी भक्त हनुमान जी की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करता है, उसके सारे कष्ट हनुमान जी हर लेते हैं। धार्मिक मान्यता है कि हनुमान जी के 12 नामों का जप करने से न सिर्फ व्यक्ति की उम्र बढ़ती है, बल्कि उनको सांसारिक सुखों की प्राप्ति होती है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि हनुमान जी के 12 नामों का जप करने से क्या लाभ होता है।
हनुमान जी के 12 नाम
ॐ हनुमान
ॐ अंजनी सुत
ॐ वायु पुत्र
ॐ महाबल
ॐ रामेष्ट
ॐ फ़ाल्गुण सखा
ॐ पिंगाक्ष
ॐ अमित विक्रम
ॐ उदधिक्रमण
ॐ सीता शोक विनायक
ॐ लक्ष्मण प्राण दाता
ॐ दशग्रीव दर्पहा
नाम जपने का लाभ
धार्मिक मान्यता के मुताबिक सुबह जल्दी उठकर जिस अवस्था में भी हो, उसी अवस्था में भगवान हनुमान जी के 12 नामों का 11 बार जप करें। इससे व्यक्ति की उम्र बढ़ती है।
रोजाना उसी समय पर नाम लेने से आपको इष्ट की प्राप्ति होती है।
माना जाता है कि जो भी जातक दोपहर के समय हनुमान जी के 12 नामों का जप करता है, वह व्यक्ति धनवान होता है। वहीं शाम के समय नाम जपने से जातक को पारिवारिक सुखों की प्राप्ति होती है।
वहीं हनुमान जी के 12 नामों का रात में सोने से पहले जप करने से जातक की शत्रुओं पर जीत होती है।
इसके अलावा हनुमान जी के 12 नामों का निरंतर जप करने से जातक पर हनुमान जी दस दिशाओं और आकाश-पाताल से रक्षा करते हैं।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, मंगलवार के दिन भोजपत्र पर लाल रंग की स्याही से हनुमान जी के 12 नाम लिखकर इसका ताबीज बांधने से व्यक्ति को सिरदर्द नहीं होता है। इस ताबीज को गले या बाजू में बांधना अधिक लाभकारी माना जाता है। हालांकि भोजपत्र पर लिखने वाला पेन नया होना चाहिए।

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